कौन है संजीव खन्ना? जो बन चुके हैं भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश
CJI Sanjeev Khanna: फार्मर CJI डी वाई चंद्रचूड़ के रिटायरमेंट के बाद संजीव खन्ना अब उनकी जगह ले चुके हैं। सोमवार को भारत के 51 वे मुख्य न्यायाधीश के रूप में संजीव खन्ना ने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष शपथ ग्रहण किया। तो आईए पूरे विस्तार से जानते हैं भारत के नए सीजी संजीव खन्ना के बारे में।
कौन है संजीव खन्ना?
जस्टिस संजीव खन्ना का जन्म 4 मई 1960 को हुआ था। उन्होंने अपने कानूनी करियर की शुरुआत 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में एक वकील के तौर पर की थी। उन्हें संवैधानिक कानून टैक्सेशन, मध्यस्थ, वाणिज्य कानून और पर्यावरण कानून में व्यापक अनुभव है। जस्टिस खन्ना ने आयकर विभाग के लिए वरिष्ठ स्थाई वकील के रूप में भी कार्य किया। 2004 में उन्हें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लिए स्थाई वकील नियुक्त किया गया था। वह फिलहाल राष्ट्रीय कानून सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं। साथ ही भोपाल में राष्ट्रीय नायक अकादमी की गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हैं। डी वाई चंद्रचूड़ ने उनका नाम मुख्य न्यायाधीश के लिए दिया था।
कई ऐतिहासिक फैसले लिए
जस्टिस खन्ना ने कई ऐतिहासिक फैसले दिए है। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने सहित कई फैसला शामिल है। आपको बता दे कि जब जस्टिस खन्ना ने अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दिलाई थी उसके बाद ही केजरीवाल लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी के लिए प्रचार करने में सक्षम हो पाए थे। एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले में न्यायमूर्ति खन्ना ने जोर देकर कहा की कार्यवाही में देरी पीएमएलए के तहत जमानत देने के लिए एक वैध आधार के रूप में काम कर सकती है। यह फैसला दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से जुड़े एक मामले में आया था। इसके अलावा न्यायमूर्ति खन्ना ने सुप्रीम कोर्ट के कई ऐतिहासिक निर्णय में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें चुनावी बांड योजना को रद्द करना और अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के फैसले को बरकरार रखना शामिल है।